
- जयपुर 17 फरवरी
प्रदेश में कार्यरत राजीव गांधी युवा मित्रों को राज्य में नई सरकार बनते ही हटा देने के कारण उनके परिवारों पर रोजगार का संकट उत्पन्न हो गया है।
पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने सरकारी योजनाओं को घर घर तक पहुंचाने के लिए राजीव गांधी इंटर्नशिप कार्यक्रम चलाया था जिसके लिए 5000 युवाओं को भर्ती किया गया था जिनका कार्य राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुँचे । साथ ही योजनाओं का लाभ हर जरूरतमंद व्यक्ति को आवश्यक रूप से मिले ये भी सुनिश्चिचित करते थे जिसके लिए युवा मित्र पात्र व्यक्ति घर योजनाओं का लाभ लेने में आ रही दिक्क़तों को भी दूर करने में सहयोग करते थे । उनके साथ संबंधित कार्यालयों में जाकर पात्र लोगों को लाभ दिलाते थे ।
लेकिन जैसे ही प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी , सर्वप्रथम इस कार्यक्रम को बंद करने का आदेश जारी कर दिया जिससे 5000 युवा मित्र बेरोजगार हो गये साथ ही उनके परिवार पर भी रोजी रोटी का खतरा मंडराने लगा हैं क्योकि इसमे काम करते समय युवा मित्र ना किसी अन्य भर्ती की तैयारी कर पाए ओर ना ही अब भर्तीया रही । अगर भविष्य में भर्ती आएँगी भी तो बहुत से युवा मित्र आयु सीमा से बाहर हो जाएंगे अतएव इनका भविष्य अधरझूल में हैं । ये युवा मित्र अपने कार्य में बिल्कुल ट्रेंड हैं ।जब भाजपा सरकार द्वारा विकसित भारत संकल्प यात्रा निकाली जा रही हैं जिसका एक उद्देश्य ये भी हैं की योजनाएं आमजन तक पहुँचे दूसरी तरफ जो लोग इन योजनाओं को पहुँचा रहे थे उनको बाहर कर दिया ।
एक तरफ भाजपा सरकार अधिक रोजगार देने की बात करती हैं दूसरी तरफ युवाओं से रोजगार छिन रही हैं ।
इससे भाजपा सरकार का दोहरा चरित्र नजर आ रहा हैं ।
ये युवा मित्र ही नही बल्कि 5000 परिवार हैं जिन पर रोजी रोटी का संकट मंडरा रहा हैं । इसके चलते युवा मित्र अपनी मांगो को लेकर शहीद स्मारक जयपुर में पिछले 36 दिन से धरना दे रहे हैं जिसमें महिला युवा मित्र अपने बच्चों के साथ ओर दिव्यांगजन अपनी शारीरिक समस्याओं को दरकिनार करके धरना दे रहे हैं , अभी तक बहुत से युवा मित्रो की तबियत भी खराब हो चुकी है ओर एक युवा मित्र की मृत्यु भी हो चुकी है
लेकिन अभी तक सरकार की नींद नही खुल रही ओर इन युवाओं के भविष्य को अन्धकारमय बनाने में तुली है ।
साथ ही आमंजन को भी योजनाओं की जानकारी नहीं मिल पाने की वजह से बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।
युवा मित्रों का कहना है कि चाहे इस कार्यक्रम का नाम बदल दीजिये लेकिन हमें बेरोजगार मत कीजिये । हम किसी पार्टी के लिए कार्य नहीं कर रहे थे अपितु सरकार के लिए कार्य कर रहे थे ।